बाल आरक्षक का पद क्या होता है?
बाल आरक्षक (Bal Arakshak) पुलिस विभाग में दिया जाने वाला एक विशेष/आसामान्य पद है। यह कोई सामान्य भर्ती प्रक्रिया से मिलने वाला पद नहीं है, बल्कि यह अनुकम्पा नियुक्ति (Compassionate Appointment) के अंतर्गत दिया जाता है। जब किसी पुलिसकर्मी की नौकरी के दौरान मृत्यु/निधन हो जाता है, तो उसके आश्रित (विशेषकर नाबालिग बालक/बालिका ) को सहानुभूति के आधार पर यह पद दिया जाता है।
इस व्यवस्था का उद्देश्य शहीद या दिवंगत पुलिसकर्मी के परिवार को आर्थिक और सामाजिक सहारा देना होता है।
बाल आरक्षक नियुक्ति कैसे होती है?
- अगर किसी पुलिसकर्मी की सेवा के दौरान मृत्यु हो जाती है, तो उसके नाबालिग बच्चे या परिवार के सदस्य को आवेदन करने का अधिकार होता है।
- पुलिस विभाग compassionate appointment के अंतर्गत उसे “बाल आरक्षक” पद प्रदान करता है।
- यह नियुक्ति अस्थायी होती है और बालक/बालिका को 18 वर्ष की आयु पूर्ण होने पर स्थायी आरक्षक (Constable) के रूप में नियुक्त कर दिया जाता है।
बाल आरक्षक की जिम्मेदारियाँ
- नाबालिग होने के कारण इन्हें सामान्य पुलिस कार्यों में नहीं लगाया जाता।
- इनकी नियुक्ति का उद्देश्य परिवार को आर्थिक सहायता और नौकरी का आश्वासन देना होता है।
- 18 वर्ष के बाद इनको नियमित आरक्षक/कांस्टेबल की जिम्मेदारियाँ सौंपी जाती हैं।
बाल आरक्षक बनने की शर्तें
- यह पद केवल अनुकम्पा नियुक्ति के अंतर्गत मिलता है।
- शैक्षणिक योग्यता और शारीरिक मानक 18 वर्ष की आयु के बाद स्थायी पद पर लागू होते हैं।
- यह पद किसी सामान्य भर्ती परीक्षा या प्रतियोगी परीक्षा के माध्यम से नहीं मिलता।
बाल आरक्षक की सैलरी
- बाल आरक्षक को अस्थायी नियुक्ति के दौरान आधी सैलरी दी जाती है।
- जैसे-जैसे उनकी आयु और शैक्षणिक योग्यता पूरी होती है, उन्हें भत्ते और अन्य सुविधाएँ भी मिलती हैं।
- 18 वर्ष की आयु पर स्थायी आरक्षक बनने के बाद पूरी सैलरी और सभी पुलिस सुविधाएँ प्राप्त होती हैं।
बाल आरक्षक पद से जुड़ी कुछ प्रमुख घटनाएँ
- मध्य प्रदेश (कटनी): 4 साल के बच्चे को बाल आरक्षक नियुक्त किया गया था, ताकि उसे आधी सैलरी मिल सके और भविष्य में स्थायी नौकरी का आश्वासन रहे।
- छत्तीसगढ़ (दुर्ग): 7 साल की बच्ची को उसके पिता की मृत्यु के बाद बाल आरक्षक नियुक्त किया गया, जिसे 18 साल की उम्र पूरी होने पर पूर्ण आरक्षक बना दिया जाएगा।
निष्कर्ष
बाल आरक्षक का पद पुलिस विभाग का एक अनूठा और सहानुभूतिपूर्ण प्रावधान है। यह न केवल दिवंगत पुलिसकर्मी के परिवार को आर्थिक मदद करता है, बल्कि नाबालिग बच्चे को भविष्य में सुरक्षित नौकरी की गारंटी भी देता है।
अगर आप “बाल आरक्षक का पद क्या होता है” या “Bal Arakshak in Hindi” जैसे शब्द खोज रहे हैं, तो इसका सीधा अर्थ यही है कि यह अनुकम्पा नियुक्ति पर मिलने वाला अस्थायी पद है, जो आगे चलकर स्थायी पुलिस आरक्षक (Constable) में बदल जाता है।